➤ ड्यूटी के दौरान चक्कर आने से नायक सुशील कुमार का निधन
➤ सेना के कमांडो अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
➤ बुधवार को पार्थिव शरीर पहुंचेगा पैतृक गांव, पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
हमीरपुर जिला के ग्राम पंचायत देई का नोण के गांव पनियाला से संबंध रखने वाले नायक सुशील कुमार का ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से निधन हो गया। यह दुखद घटना सोमवार सुबह सहजाबाद (उत्तर प्रदेश) में घटी, जहां वह भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, सुबह करीब चार बजे ड्यूटी के दौरान उन्हें अचानक चक्कर आया, जिसके बाद साथियों ने तुरंत उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें कमांडो अस्पताल के लिए रेफर किया। इलाज के दौरान सोमवार शाम करीब सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
नायक सुशील कुमार के निधन की खबर मिलते ही गांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने उन्हें एक अनुशासित, मेहनती और देशभक्त सैनिक बताया, जिन्होंने हमेशा देश सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। परिवार पर अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
परिजनों ने बताया कि उनका पार्थिव शरीर बुधवार को दोपहर 12 बजे पैतृक गांव पनियाला पहुंचेगा। सेना प्रशासन के अनुसार, शव को लखनऊ से चंडीगढ़ विमान के माध्यम से लाया जाएगा, जिसके बाद एंबुलेंस द्वारा हमीरपुर होते हुए गांव पहुंचाया जाएगा। गांव में उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।
नायक सुशील कुमार अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं। बेटा आठवीं कक्षा में तथा बेटी छठी कक्षा में पढ़ती है। ग्रामीणों ने कहा कि वह हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे और उनके देशभक्ति भाव एवं निस्वार्थ सेवा को क्षेत्र कभी नहीं भुला पाएगा।
उनके बड़े भाई तिलक राणा ने बताया कि सेना प्रशासन ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और अंतिम संस्कार की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पूरे क्षेत्र ने एक सच्चा सैनिक खो दिया है — जिसे हमेशा सम्मान और गर्व के साथ याद किया जाएगा।



